दोस्तों इस आर्टिकल में मै आपको बताने वाला हूँ की मोबाइल फ़ोन खरीदने से पहले क्या क्या देखना चाहिए। आजकल मोबाइल जिंदगी की सबसे बड़ी जरुरत है। मोबाइल जिंदगी का अहम् हिस्सा बन चूका है। आजकल एक बड़े उद्योगपति से लेकर एक भिकारी तक मोबाइल का इस्तेमाल करते है। पहले कहा जाता है की जीवन की 3 मुलभुत आवश्यकता है लेकिन आजकल जीवन की मुलभुत आवश्यकता 4 है। रोटी , कपडा , मकान , और मोबाइल कहने का मतलब है की मोबाइल बहुत जरुरी है। तो चलिए स्टार्ट करते है।
कोई नहीं नकार सकता है की हमे स्मार्टफोन की लत पड़ चुकी है। हकीकत तो ये है की आज की तारीख में ये हमारी जरुरत बन गई है। फ़ोन कॉल और मैसेज तो बेहद ही बेसिक जरूरते है अब बात म्यूजिक , वीडियो और कैमरा को लेकर होती है। समझदार यूजर फ़ोन के रैम ,प्रोसेसर और स्क्रीन रेजुलेशन जैसी तकनिकी चीजों को भी जानकारी चाहते है।
बाकई में आपके स्मार्टफोन का काम क्या है। नाम से ही साफ है फ़ोन जो स्मार्ट वर्क करे। आम फीचर तो ठीक है अब वेब ब्रोज़रिंग , जीपीएस नेविगेशन और एक्टिविटी ट्रैकिंग जैसी कई हाईटेक फीचर सिर्फ एक ही डिवाइस में होने की उम्मीद की जाती है।
अगर आपको लगता है की पहले फ़ोन खरीदना आसान काम था तो आप भ्रम में है , यह पहले भी मुश्किल था और आज की तारीख में और भी। इसकी मुख्य वजहे है -टेक्नोलॉजी और ढेरो विकल्प।
मोबाइल फ़ोन खरीदने से पहले कुछ बाते ध्यान ध्यान रखे
1. Brand
एक अच्छे मोबाइल फ़ोन खरीदने के लिए सबसे पहले मोबाइल का ब्रांड देखना चाहिए। स्मार्टफोन लेते समय उसके ब्रांड पर जरूर ध्यान देना चाहिए। आजकल मार्किट में कई ब्रांड के मोबाइल फ़ोन उपलब्ध है। हर ब्रैड के फ़ोन के फीचर में कुछ अंतर देखने को मिलता है। लेकिन अगर हम सामान्य फीचर की बात करे तो वो सारे फ़ोन में रहते है।
आजकल रेडमी , सैमसंग ,सोनी , रियलमी , आसुस आदि स्मार्टफोन को कौन नहीं जनता है। एक जमाना था जब नोकिआ एक अच्छा ब्रांड था। नोकिआ के सामने सब फ़ैल था। लेकिन आज नोकिआ मार्किट से बाहर हो गया है। जबकि नोकिआ फ़ोन के फीचर में कोई कमी नहीं थी लेकिन फिर भी नोकिआ मार्किट से बाहर हो गया। आप वैसे ब्रांड का फ़ोन ख़रीदे जो बर्तमान समय में पॉपुलर और अच्छा सर्विस दे रहा है। फ़ोन के ब्रांड चुनने में आपको यह भी देखना चाहिए की उस ब्रांड का सर्विस सेण्टर है या नहीं है। उस ब्रांड का फ़ोन जो लोग उपयोग कर चुके है उनका अनुभब कैसा रहा। इन सब बातो को ध्यान में रखते हुए आपको मोबाइल के ब्रांड पर फोकस करना चाहिए।
2. कैमरा
स्मार्टफोन लेते समय स्मार्टफोन के कैमरा को जरूर देखना चाहिए। आमतौर पर लोग मोबाइल लेते समय कैमरा में एक ही चीज देखते है megapixel , लोगो को ध्यान Megapixel पर रहता है की ज्यादा से ज्यादा Megapixel का कैमरा होना चाइये। कैमरा में Megapixel के अलावा और चीजों को भी देखना चाहिए। जैसे -Resolution ,optical Zoom , Compression, Shooting Modes, Highlight Control , Focusing Modes आदि।
स्मार्टफोन खरीदते वक्त कैमरा में इन सारे फीचर को जरूर देखना चाहिए। कैमरा का फोकस कैसा है। कैमरा के ज़ूमिंग कितना होगा। कैमरा का सेंसर और फोकस कैसा रहेगा। कैमरा के इन सब फीचर को देखकर ही स्मार्टफोन खरीदना चाहिए।
3. ऑपरेटिंग सिस्टम
स्मार्टफोन की खरीदारी करते समय सबसे पहले मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम पर ध्यान देना चाहिए। आजकल मार्किट में एंड्राइड , आईओएस और विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित स्मार्टफोन उपलब्ध है। स्मार्टफोन में सबसे पॉपुलर है एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम। एंड्राइड में खाफी सारे फीचर है। एंड्राइड फ़ोन में आप बहुत एप्प इनस्टॉल कर सकते है।
IOS ऑपरेटिंग सिस्टम :- यह ऑपरेटिंग सिस्टम एप्पल के आईफोन में रहता है। यह बहुत सरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम है लेकिन इसका बजट ज्यादा होता है। ज्यादा बजट के कारण अधिकतर लोग इसे नहीं खरीदते है।
विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम :- विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन में बहुत कम एप्प है। आप इसमें गिने चुने एप्प ही इनस्टॉल कर सकते है। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम भी बहुत सुरक्षित है लेकिन यह लोगो को उतना पसंद नहीं है क्योकि इसमें लिमिटेड एप्प है।
इसलिए मोबाइल खरीदते समय ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में पता कर ले। इनमे से कौन ऑपरेटिंग सिस्टम का फ़ोन आपके लिए सही रहेगा इसका निष्चय आप खुद कर सकते है। आपको एक बात का और ध्यान रखना चाहिए की हमेशा लेटेस्ट वर्शन के ऑपरेटिंग सिस्टम वाला फ़ोन ख़रीदे। अगर आउटडेटिड वर्शन के ऑपरेटिंग सिस्टम का फ़ोन लेंगे तो आपको बाद में काफी समस्याओ का सामना करना पड़ेगा। आजकल जो भी एप्प आ रहे है वो लेटेस्ट वर्शन वाले ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट कर रहे है।
4. स्क्रीन
ऑपरेटिंग सिस्टम के बाद आपको स्मार्टफोन के स्क्रीन को देखना चाहिए। जैसा की आप जानते है आजकल मार्किट में टचस्क्रीन फ़ोन की भरमार है। आजकल हर साइज के मोबाइल उपलब्ध है। आपको अपने जरुरत के हिसाब से स्क्रीन साइज देखना चाहिए। अगर आप इंटरनेट और सोशल मीडिया या गाने सुनने के लिए मोबाइल खरीद रहे है तो आपके लिए 5 इंच का स्क्रीन काफी है। अगर आप मूवी देखने के लिए या ऑफिसियल काम के लिए मोबाइल खरीद रहे है 5.5 इंच का स्मार्टफोन ठीक है क्योकि महिलाओं की हथेली छोटी होती है। इसके अलावा आपको स्क्रीन का Resolution भी देखना चाहिए। ज्यादा Resolution वाला स्मार्टफोन बढ़िया रहता है। इसके अतिरिक्त स्क्रीन के ग्लास को भी देखे। गोरिल्ला ग्लास का स्क्रीन सुरक्षा की दृस्टि से ठीक रहता। है
5. प्रोसेसर और रैम
फ़ोन खरीदते समय लोग सबसे पहले प्रोसेसर और रैम देखते है। अगर हम प्रोसेसर को मोबाइल का प्राण कहे तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। मोबाइल के सारे फीचर और परफॉरमेंस प्रोसेसर और रैम पर निर्भर करता है। मोबाइल जो भी कुछ करते है वह सब काम प्रोसेसर से होता है। रैम पर ही निर्भर करता है। मोबाइल में आप जो भी कुछ करते है वह सब काम प्रोसेसर से होता है। रैम की क्षमता GB में जबकि प्रोसेसर की क्षमता गीगाहर्ट्ज से मापी जाती है। जितना ज्यादा गीगाहर्ट्ज का प्रोसेसर होगा आपका मोबाइल उतना फ़ास्ट चलेगा। आजकल मोबाइल हैंग होना यह सबसे बड़ी समस्या है। आप कितने महगे फ़ोन भी खरीद ले वह भी हैंग करता है। स्मार्टफोन खरीदते समय ज्यादा गीगाहर्ट्ज प्रोसेसर वाला फ़ोन चुने। कम गीगाहर्ट्ज प्रोसेसर वाला फ़ोन जल्दी हैंग करने लगता है।
6. इंटरनल मेमोरी
अधिकतर लोग मोबाइल खरीदते समय इंटरनल मेमोरी को देखते है। जबकि कुछ लोग इस चीज को नहीं देखते है। स्मार्टफोन की खरीदारी करते वक्त इंटरनल मेमोरी पर जरूर फोकस करना चाहिए। आपके फ़ोन का इंटरनल मेमोरी जितना ज्यादा रहेगा उतना अच्छा है। कम इंटरनल मेमोरी वाले फ़ोन जल्दी हैंग करने लगता है। आपको जितना इंटरनल मरोरी बताया जाता है वास्तव में उतना नहीं मिलता है क्योकि मोबाइल के ऑपरेटिव सिस्टम और सॉफ्टवेयर इंटरनल मेमोरी में ही इनस्टॉल रहते है। स्मार्टफोन लेते समायी आपको ज्यादा इंटरनल मेमोरी वाला फ़ोन चुनना चाहिए। कुछ लोग ये सोचकर कम इंटरनल मेमोरी फ़ोन को खरीदते है की बाद में एक्सटरनल मेमोरी लगा देंगे। लेकिन एक्सटरनल मेमोरी फ़ोन को खरीदते है की बाद में एक्सटर्नल मेमोरी लगा लगे। लेकिन एक्सटर्नल मेमोरी लगाने से फ़ोन के परफॉरमेंस पर असर पड़ता है। अच्छा होगा की शुरआत में ही ज्यादा इंटरनल मेमोरी का स्मार्टफोन ख़रीदे।
7. बैटरी बैकअप
आजकल स्मार्टफोन हैंग होना सबसे बड़ी समस्या है। उसके बाद बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होना दूसरी बड़ी समस्या है। अधिकतर लोग के फ़ोन जल्दी डिस्चार्ज हो जाते है। स्मार्टफोन खरीदते समय बैटरी बैकअप को देख लेना चाहिए। आप जो फ़ोन खरीद रहे है स्मार्टफोन खरीदते रहे है उसका बैटरी बैकअप कितना है की कैपेसिटी Mah में मापा जाता है। 3000 से ज्यादा mah का बैटरी अच्छा रहता है। अगर आपके फ़ोन की बैटरी 3500 या 4000 mah का है तब तो बहुत अच्छा है।
8. फिंगरप्रिंट सेंसर
फिंगरप्रिंट सेंसर से मोबाइल को लॉक किया जाता है। अगर आप फिंगरप्रिंट सेंसर से अपने फ़ोन को लॉक कर देंगे तो आपके फ़ोन को आपके आलावा दूसरा कोई व्यक्ति नहीं खोल पायेगा। स्मार्टफोन लेते समय यह देख ले की आपके फ़ोन में फिंगरप्रिंट सेनॉर है या नहीं। वैसे तो सभी फ़ोन में फिंगरप्रिंट सेंसर नहीं होता है लेकिन आजकल अधिकतर फ़ोन में फिंगरप्रिंट सेंसर आ रहा है।
9. यूजर रिव्यु
फ़ोन खरीदते समय आपको फ़ोन के गुण दोष देखना बहुत जरुरी है। फ़ोन का गन दोष देखने के लिए आपको यूजर व्यू देखना होगा। इसके लिए आप अपने दोस्तों और रिस्तेदारो से पूछे। मन लीजिये की आप ओप्पो की किसी मॉडल का फ़ोन खरीदना की सोच रहे है तो फ़ोन लेने से पहले अपने उन दोस्तों से जरूर पूछ ले जो उस मॉडल के फ़ोन का उपयोग कर चूका है। वे आपको उस मोबाइल का गन दोष अच्छे से बता देंगे की यह फ़ोन कैसा है कितना बैटरी बैकअप देता है। कैसा परफॉरमेंस है। इसीलिए फ़ोन लेने से पहले उस फ़ोन के बारे में अपने दोस्तों और रिस्तेदारो से जरूर पता कर ले।
10. बजट
स्मार्टफोन और बजट एक दूसरे के पूरक है। आप जितना ज्यादा बजट लगाएंगे उतना अच्छा फ़ोन मिलेगा। अगर हम कम बजट में अच्छे फ़ोन की बात करे तो 10000 में एक अच्छा और सामान्य फ़ोन मिल जाता है। अगर आप बजट बढ़ाते है तो अतिरिक्त फीचर का फ़ोन मिलेगा। इसलिए समरफोने खरीदने से पहले अपने आर्थिक स्थिति ऊपर बजट को जरूर देख ले। किसी के बहकावे में आकर ज्यादा बजट के फ़ोन नहीं लेना चाहिए।
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